Jewel Thief – द हीस्ट बिगिन्स: सैफ अली खान की धमाकेदार वापसी | Movie Review in Hindi

कलाकार: सैफ अली खान, शोभिता धूलिपाला, जयदीप अहलावत, चंकी पांडे
निर्देशक: सौरभ वर्मा
शैली: क्राइम, थ्रिलर, हीस्ट
अवधि: 2 घंटे 12 मिनट
रेटिंग: ★★★½☆ (3.5/5)
कहानी का सारांश (बिना स्पॉइलर के)
फिल्म की कहानी मुंबई में सेट है, जहाँ एक दुर्लभ हीरा “आई ऑफ नूर” को एक हाई-सिक्योरिटी एग्जिबिशन में दुनिया के सामने रखा गया है। इसकी कीमत करोड़ों में है और इसकी सुरक्षा भी बेहद टाइट है। मगर जैसा कि होता है, जितनी ज्यादा कीमत, उतनी ही ज्यादा लालच।
यहाँ एंट्री होती है अर्मान मल्होत्रा (सैफ अली खान) की—एक चालाक, स्मार्ट लेकिन रहस्यमयी चोर, जो एक आखिरी बड़ी चोरी को अंजाम देने के लिए लौटता है।
वह अपनी टीम इकट्ठा करता है जिसमें हैं:
- ज़ोया (शोभिता धूलिपाला) – एक टेक्निकल हैकर
- कबीर (जयदीप अहलावत) – एक एक्स-एजेंट जो गुस्से में जल्दी आता है
- डी’कोस्टा (चंकी पांडे) – एक ब्लैक मार्केट डीलर जो चोरी को फंड करता है
जैसे-जैसे हीस्ट की प्लानिंग और एग्जीक्यूशन आगे बढ़ती है, कहानी में ट्विस्ट आते हैं और भरोसा किस पर करें, ये तय करना मुश्किल हो जाता है।
अभिनय
सैफ अली खान
सैफ अपने पुराने ‘रेस’ और ‘एक हसीना थी’ वाले किरदारों की याद दिलाते हैं। उनका परफॉर्मेंस स्टाइलिश, सटल और प्रभावशाली है। उन्होंने एक ठंडे और दिमागदार चोर का रोल बहुत अच्छे से निभाया है।
शोभिता धूलिपाला
उनका किरदार छोटा लेकिन मजबूत है। एक इंटेलिजेंट और इमोशनल हैकर के रोल में उन्होंने शानदार काम किया है।
जयदीप अहलावत
हर बार की तरह इस बार भी जयदीप का किरदार कहानी में जान डालता है। उनका गुस्सा, रहस्य और ग्रे शेड्स दर्शकों को बांधे रखते हैं।
चंकी पांडे
चौंकाने वाली बात यह है कि उन्होंने एक सीरियस और निगेटिव रोल को बहुत प्रभावशाली तरीके से निभाया है।
निर्देशन और पटकथा
निर्देशक सौरभ वर्मा ने फिल्म को तेज़ गति और दिलचस्प ट्विस्ट्स के साथ पेश किया है। हीस्ट की प्लानिंग से लेकर उसके अंजाम तक का हर सीन काफी स्टाइलिश और थ्रिल से भरा है। कुछ जगह स्क्रिप्ट थोड़ी उलझी सी लगती है, खासकर सेकंड हाफ में, लेकिन आखिरी 30 मिनट काफी मजेदार हैं।
फ्लैशबैक और प्रेजेंट टाइमलाइन को साथ मिलाकर दिखाना थोड़ा कन्फ्यूज़ कर सकता है, लेकिन एंड तक सारी कड़ियाँ जुड़ जाती हैं।
सिनेमेटोग्राफी और म्यूज़िक
फिल्म की लोकेशन्स, लाइटिंग और फ्रेमिंग शानदार है। मुंबई के नाइट व्यू, एक्सिबिशन हॉल और चेस सीक्वेंस को बढ़िया तरीके से शूट किया गया है। बैकग्राउंड म्यूज़िक सीन के टेंशन को और बढ़ाता है। गाने की संख्या कम है, जो कहानी को ट्रैक से भटकने नहीं देती।
क्या अच्छा है?
- सैफ अली खान की दमदार वापसी
- ट्विस्ट और टर्न्स से भरी कहानी
- जयदीप और शोभिता की परफॉर्मेंस
- बिना फालतू ड्रामा के सीधी कहानी
- शानदार कैमरा वर्क और लोकेशन्स
क्या कमजोर है?
- सेकंड हाफ में कुछ हिस्से धीमे लगते हैं
- कुछ ट्विस्ट ज़बरदस्ती के लगते हैं
- भावनात्मक पहलू थोड़े कमज़ोर हैं
- क्लाइमैक्स और विलेन रिवील और भी स्ट्रॉन्ग हो सकता था
अंतिम निष्कर्ष
ज्वेल थीफ – द हीस्ट बिगिन्स एक स्टाइलिश और दिलचस्प हीस्ट थ्रिलर है जो भारतीय सिनेमा में इस जॉनर को नई जान देने की कोशिश करता है। सैफ अली खान फुल फॉर्म में हैं और फिल्म का स्क्रीनप्ले, सिनेमैटिक्स और थ्रिल एलीमेंट्स इसे देखने लायक बनाते हैं।
अगर आप दिमागदार थ्रिलर और हीस्ट मूवीज़ पसंद करते हैं, तो ये फिल्म आपको पसंद आ सकती है। ये फिल्म कुछ मामूली कमियों के बावजूद एक बढ़िया वन टाइम वॉच है।
रेटिंग: ★★★½☆ (3.5/5)
फैसला: एक स्टाइलिश, तेज़ और ट्विस्ट से भरी थ्रिलर जो दर्शकों का ध्यान खींचती है।