Jaat Movie Review in Hindi | Sunny Deol Jaat movie review

Jaat (2025) – फिल्म रिव्यू | सनी देओल की दमदार वापसी

निर्देशक: अनिल शर्मा

कलाकार: सनी देओल, मुकेश तिवारी, राजपाल यादव, अमीषा पटेल (कैमियो)

शैली: एक्शन | ड्रामा | ग्रामीण न्याय

भाषा: हिंदी (हरियाणवी टच के साथ)

समय: 2 घंटे 20 मिनट

रेटिंग: ★★★★☆ (4/5)

परिचय

सनी देओल की फिल्म Jaat (2025) वही सब कुछ है जो उनके फैंस सालों से देखना चाहते थे – गुस्सा, न्याय, “धाई किलो का हाथ”, और गांव की मिट्टी से जुड़ी एक मजबूत कहानी। निर्देशक अनिल शर्मा, जो पहले Gadar बना चुके हैं, ने इस फिल्म में देसी भावना और पुरानी बॉलीवुड ताकत को बड़े परदे पर लौटाया है।

अगर आपको घायल, अर्जुन, या गदर पसंद आई थी, तो Jaat आपको ज़रूर पसंद आएगी।

कहानी (बिना स्पॉइलर)

कहानी है जोरावर सिंह उर्फ जोरा (सनी देओल) की, जो सेना से रिटायर होकर 20 साल बाद अपने गांव लौटता है। लेकिन गांव अब पहले जैसा नहीं रहा। वहां भ्रष्ट नेता, दबंग गुंडे और जात-पात की राजनीति ने माहौल बिगाड़ दिया है। जोरा का छोटा भाई, जो एक स्कूल मास्टर है, गांव में अपमानित होता है। किसान आत्महत्या कर रहे हैं और सिस्टम बिल्कुल चुप है।

शुरू में जोरा शांति चाहता है, लेकिन जब उसकी चुप्पी को कमजोरी समझा जाता है, तो वो उठता है – और तब शुरू होती है असली लड़ाई। जमीन, इज़्जत और इंसाफ की लड़ाई।

अभिनय

सनी देओल – जोरावर सिंह के रूप में

यह पूरी फिल्म सनी देओल के कंधों पर टिकी है – और उन्होंने पूरी ताकत से इसे निभाया है। उनकी आवाज़, चेहरे के एक्सप्रेशन और शरीर की भाषा बिल्कुल उसी पुराने अंदाज़ में है जो दर्शकों को पसंद आता है। कोर्टरूम में दिया गया डायलॉग – “मैं चुप रहा, इसका मतलब ये नहीं कि मैं गलत था!” – पूरे थिएटर में तालियां बजवा देता है।

मुकेश तिवारी – विलेन के रोल में

एक भ्रष्ट नेता की भूमिका में मुकेश तिवारी शानदार हैं। उनका किरदार सनी देओल से सीधा टकराव करता है और हर सीन में उनका गुस्सा और घमंड साफ नजर आता है।

राजपाल यादव

राजपाल यादव फिल्म में हल्का-फुल्का हास्य लाते हैं, जो गंभीर कहानी को संतुलन देता है। उनकी कॉमिक टाइमिंग एकदम फिट बैठती है।

अमीषा पटेल (कैमियो रोल)

फ्लैशबैक में अमीषा पटेल का छोटा लेकिन भावनात्मक रोल है। उनकी और सनी की केमिस्ट्री गदर की याद दिलाती है।

निर्देशन और लेखन

अनिल शर्मा ने जिस तरह से सनी देओल की ताकत को स्क्रीन पर दिखाया है, वो सराहनीय है। फिल्म की स्क्रिप्ट सीधी है – कोई घुमा-फिरा कर नहीं लिखा गया है। संवाद दमदार हैं, खासकर ग्रामीण पृष्ठभूमि वाले।

कोर्ट सीन और किसान आंदोलन वाले दृश्य फिल्म को भावनात्मक और गंभीर टोन देते हैं। हालांकि कुछ दृश्य थोड़े पुराने जमाने के लग सकते हैं।

एक्शन और संगीत

एक्शन सीक्वेंस पुराने स्टाइल के हैं – कोई फालतू VFX नहीं, बस असली मार-धाड़, धूल-मिट्टी और हाथापाई। सनी देओल की एक-एक मार में दम है।

बैकग्राउंड स्कोर ऊर्जावान है, खासकर जब सनी का गुस्सा फूटता है। फिल्म का टाइटल ट्रैक “जाट का फैसला ज़मीन पर होता है” दर्शकों को जोश से भर देता है।

फिल्म की खास बातें

  • सनी देओल की दमदार एक्टिंग
  • ज़मीनी कहानी – गांव, जमीन, इंसाफ और इज्जत की लड़ाई
  • डायलॉग्स – सीटी बजाने लायक
  • ग्रामीण पृष्ठभूमि की रियल लोकेशन्स

कमज़ोरियां

  • कहानी में ज्यादा नया नहीं है – पुरानी फिल्मों जैसा लगता है
  • कुछ दृश्य और एडिटिंग थोड़ी पुरानी लग सकती है
  • कुछ सपोर्टिंग किरदार पूरी तरह से विकसित नहीं हैं

अंतिम निष्कर्ष (Final Verdict)

Jaat (2025) उन दर्शकों के लिए बनी है जो पुराने दौर की हिंदी फिल्मों को आज भी दिल से चाहते हैं – जिसमें गुस्सा हो, इमोशन हो और अकेला आदमी सिस्टम से टकरा जाए।

सनी देओल इस फिल्म में अपना पुराना जलवा दिखाते हैं। उनकी मौजूदगी ही फिल्म को मजबूती देती है। यह फिल्म मल्टीप्लेक्स के लिए नहीं, सिंगल स्क्रीन और देसी दिलों के लिए है।

Best Movie Review रेटिंग: 4/5

फैसला: “जाट” एक ईमानदार देसी एक्शन फिल्म है। सनी देओल की वापसी पूरे जोश के साथ।

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